मम अंतर्नाद

मम अंतर्नाद
मेरा एकल ग़ज़ल संग्रह

बुधवार, 28 जून 2023

लगावट है बनावट है दिखावट पर दिखावट है

ये रिश्ते आज कल केवल रुकावट हैं मिलावट है

वो उनके साथ फ़ोटो में बड़े इंसान लगते हैं

बस इतनी बात के कारण ही रिश्तों में कसावट है।

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