Hindi poetry and Hindi sahitya Hindi Literature
एक मुक्तक
यही सत्य है इस धरती पर, अब बस यहाँ दिखावा होगा
मन पर लगे रहेंगे जाले, पर सुंदर पहनावा होगा
करने से ज्यादा बतियाना संस्कार में आ जायेगा
फ्रेंडशिप बैंड हाथ में होंगे, फेंका हुआ कलावा होगा।।
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